देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर बढ़ता ही जा रहा है. पिछले चार दिनों से कोरोना (Corona) संक्रमित नए मरीजों की संख्या हर दिन तीन हजार के आंकड़े को पार कर रही है. देश में इस समय 63 हजार के करीब पहुंच चुकी है जबकि 2000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इन सबके बीच एक राहत देने वाली खबर ये है कि देश में 95 फीसदी संक्रमितों की बीमारी गंभीर रूप धारण नहीं कर रही है. यही कारण है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने का अनुपात पहले से काफी सुधरा है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) से जुड़े आंकड़ों के मुताबिक महज 5 प्रतिशत केस ही गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले सप्ताह देश में अलग अलग अस्पतालों में भर्ती 4.8 फीसदी मरीज आईसीयू में भर्ती थे जबकि 3.3 फीसदी कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत थे जबकि 1.1 फीसदी कोरोना मरीज वेंटिलेटर पर थे. इस तरह से देखें तो करीब 9.2 प्रतिशत कोरोना मरीजों की हालत गंभीर थी. हालांकि इस हफ्ते इन मरीजों की संख्या में तेजी से सुधार हुआ है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी नए आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त आईसीयू में 2.41 फीसदी, ऑक्सीजन पर 1.88 तथा वेंटिलेटर पर 0.38 फीसदी मरीज रखे गए हैं. इन लिहाज से अब केवल 4.67% मरीज ही कोरोना की गंभीर स्थिति से गुजर रहे हैं. गंभीर रूप से बीमार कोरोन मरीजों के तेजी से ठीक होने के मामले ने स्वास्थ्य मंत्रालय की उम्मीद बढ़ा दी है.
कोरोना रिकवरी रेट 29.36 प्रतिशत तक पहुंचा
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना रिकवरी रेट 29.36 पर्सेंट हो चुका है. यानी हॉस्पिटल में भर्ती हुआ हर तीन में से 1 मरीज अब ठीक हो चुका है. यही नहीं देशभर के अस्पतालों में Covid-19 के मरीजों के लिए 1 लाख 30 हजार से ज्यादा बेड का इंतजाम किया गया था लेकिन अभी तक सिर्फ 1.5 प्रतिशत बेड का ही इस्तेमाल किया गया है.