अगर आपका ब्लड शुगर बढ़ता-घटता रहता है तो, यहां हम आपको कुछ एक्युप्रेशर प्वाइंट के बारे में बता रहे हैं, जो आपको मदद करेंगे।
एक्युप्रेशर जैसी प्राकृतिक चिकित्सा आपकी डायबिटीज की दवाओं की जगह तो नहीं ले सकती लेकिन आपके डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं और उपचारों के साथ उपयोग करने पर यह आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकती है। वैकल्पिक या प्राकृतिक चिकित्सा के कई रूपों के जो सबूत प्राप्त हुए हैं, वे किस्सों से जुड़े हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि ये बिल्कुल भी काम नहीं करते। ये दोनों ही कम से कम कुछ लोगों को फायदा जरूर पहुंचाती हैं। हालांकि एक्यूप्रेशर का इस्तेमाल करने से आपको किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचता। लेकिन क्या यह वास्तव में काम करता है? जानें डायबिटीज मैनेजमेंट में एक्युप्रेशर आपके लिए कितना फायदेमंद हो साबित सकता है।
आपके घुटने में भी एक्युप्रेशर के बिंदू होते हैं। आपके घुटने के आगे-पीछे दोनों तरफ यह बिंदू मौजूद होते हैं। ऐसा माना जाता है कि घुटने में मौजूद एक्युप्रेशर प्वाइंट आपके डाइजेशन को दुरूस्त करते हैं, वजन कम करने में मदद करते हैं साथ ही आपको समय से पहले बूढ़ा होने से भी रोकते हैं।
इन प्वाइंट्स का लाभ लेने के लिए आप अपने घुटनों के 2 सेंटीमीटर नीचे वाला एरिया (गठिया बिंदु) पर मसाज कर सकते हैं। इसके अलावा आप घुटनों के पीछे वाला हिस्सा (मूत्र बिंदु) को दबाकर उसकी मालिश कर के भी आप इसका लाभ ले सकते हैं।
लिवर प्वाइंट
आपके पैर के अंगूठे और उसके पास वाली उंगली के बीच के जोड़ में एक छोटा सा दबाव बिंदु होता है जिसे लिवर प्वाइंट (Liver Point) कहते हैं। यह बिंदु अनिद्रा, मधुमेह, हाई ब्लडप्रेशर, तनाव और अवसाद (hypertention) के साथ ही लिवर संबंधी समस्याओं का इलाज करने में काफी फायदेमंद हो सकता है। यदि आप इन समस्याओं से राहत पाने के लिए इस बिंदु पर दबाव डाल सकते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बेहतर परिणाम के लिए रोजाना लगभग तीन से पांच मिनट इस बिंदु पर दबाव डालने की सलाह दी जाती है। लेकिन आप जब अधिक थकान महसूस कर रहे हों तो इसका इस्तेमाल न करें।
स्प्लीन प्वाइंट
यह बिंदु आपके पैर की शिनबोन (पिंडली की हड्डी) के पीछे टखने के ऊपर स्थित होता है। ऐसा माना जाता है कि इस बिंदु पर दबाव डालना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह डायबिटीज और संपूर्ण स्वास्थ्य और उसके कार्यों के रखरखाव में मदद करता है। दिन में कम से कम तीन मिनट इस बिंदु पर दबाव डालने की सलाह दी जाती है।